हाल ही में भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) ने 2030 में भारत में राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) के आयोजन के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की थी. अब इस दिशा में भारत सरकार ने भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है. इस निर्णय के तहत, भारत 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए अपनी आधिकारिक बोली पेश करेगा.
2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए दावेदार
शुरुआत में 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी में 5 देशों ने रुचि दिखाई थी, जिनमें भारत, कनाडा और नाइजीरिया प्रमुख थे. बाद में, कनाडा ने खर्च को देखते हुए इस प्रक्रिया से अपना नाम वापस ले लिया, यह कहते हुए कि सरकार इस आयोजन के भारी खर्च का बोझ अपने नागरिकों पर नहीं डालना चाहती. इस प्रकार, अब 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए भारत और नाइजीरिया के बीच मुकाबला होगा.
कैबिनेट के प्रमुख निर्णय
मंत्रिमंडल ने होस्ट कोलैबोरेशन एग्रीमेंट (Host Collaboration Agreement) पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दी है और विभिन्न मंत्रालयों, विभागों व प्राधिकरणों से ज़रूरी गारंटी देने की भी सहमति दी है. इसके साथ ही यह भी तय किया गया है कि यदि भारत की बोली को स्वीकार कर लिया जाता है, तो गुजरात सरकार को आवश्यक ग्रांट-इन-एड (Grant-in-Aid) की स्वीकृति प्रदान की जाएगी.
अहमदाबाद को बनाया गया संभावित मेज़बान शहर
भारत सरकार द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों में 72 देशों के खिलाड़ी भाग लेंगे. इन खेलों से न सिर्फ़ खिलाड़ियों, बल्कि कोच, तकनीकी अधिकारियों, मीडिया और पर्यटकों का भी बड़ी संख्या में आगमन होगा, जिससे स्थानीय व्यापार और राजस्व में वृद्धि होगी.
इस अवसर के लिए अहमदाबाद को संभावित मेज़बान शहर के रूप में प्रस्तावित किया गया है. अहमदाबाद को इसके विश्व-स्तरीय स्टेडियम, आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं और समृद्ध खेल संस्कृति के कारण एक आदर्श स्थान माना जा रहा है. दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, नरेंद्र मोदी स्टेडियम, 2023 आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप फ़ाइनल की सफल मेज़बानी करके अपनी क्षमता पहले ही साबित कर चुका है.
खेलों से परे लाभ
राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी से भारत को कई क्षेत्रों में लाभ मिलेगा. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे और हज़ारों युवाओं को पेशेवर मौके मिलेंगे. स्पोर्ट्स साइंस, इवेंट मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स, ब्रॉडकास्टिंग, आईटी और पब्लिक रिलेशंस जैसे क्षेत्रों में भी बड़े पैमाने पर अवसर सृजित होंगे.
इसके अलावा, राष्ट्रमंडल खेलों जैसे प्रतिष्ठित आयोजन की मेज़बानी से देश में राष्ट्रीय गौरव और एकता की भावना मज़बूत होगी. यह पूरे देश को एक साझा अनुभव प्रदान करेगा और राष्ट्र का मनोबल बढ़ाएगा. साथ ही, यह लाखों युवाओं को खेलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा और पूरे देश में खेलों में भागीदारी को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा.

















