नई दिल्ली: भारत, पैरा खेलों के सबसे बड़े आयोजनों में से एक, इंडियनऑइल नई दिल्ली 2025 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेज़बानी के लिए पूरी तरह तैयार है। 27 सितंबर से 5 अक्टूबर तक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होने वाली इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता में इस बार भारत अपने सबसे बड़े दल के साथ उतरेगा। पैरा ओलंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के अध्यक्ष और दो बार के पैरा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया ने भरोसा जताया है कि यह दल 20 से ज़्यादा मेडल जीतकर एक नया रिकॉर्ड बनाएगा।
पैरा खेलों में भारत की बढ़ती ताक़त
इस चैंपियनशिप में भारत के 73 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जो किसी भी वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भेजा गया अब तक का सबसे बड़ा भारतीय दल है। यह संख्या भारत में पैरा खेलों की बढ़ती लोकप्रियता और खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन को दिखाती है। पीसीआई अध्यक्ष झाझरिया ने कहा, “पिछली बार कोबे में हमने 17 मेडल जीते थे। इस बार हमारी टीम और भी मज़बूत है और मुझे पूरा यक़ीन है कि हम 20 से ज़्यादा मेडल जीतेंगे।”
झाझरिया ने यह भी बताया कि यह आयोजन सिर्फ मेडल जीतने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के युवाओं को खेल से जुड़ने और बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा, “इस टीम का हर खिलाड़ी, चाहे वह नया हो या अनुभवी, कई चुनौतियों को पार करके यहाँ तक पहुँचा है। इनका प्रदर्शन आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बनेगा।”
अनुभवी और नए खिलाड़ियों का मिश्रण
भारतीय टीम में अनुभवी खिलाड़ियों और नए चेहरों का शानदार संतुलन है। टीम की अगुवाई सुमित अंतिल करेंगे, जो दो बार के पैरा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन हैं। उनके अलावा, टीम में प्रवीण कुमार, निशाद कुमार, सिमरन शर्मा, और प्रीति पाल जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं।
इस टीम में रिंकू हुड्डा जैसे खिलाड़ी भी हैं, जो पेरिस वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 के सिल्वर मेडल को इस बार गोल्ड में बदलना चाहते हैं। वहीं, एकता भ्याण अपने क्लब थ्रो F51 इवेंट में गोल्ड मेडल का बचाव करेंगी, जिससे भारत की मेडल जीतने की संभावनाएँ और भी बढ़ जाती हैं।
रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी
इस चैंपियनशिप में 35 खिलाड़ी पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे। इनमें से महेंद्र गुर्जर ने पहले ही अपनी छाप छोड़ी है, जब उन्होंने स्विट्ज़रलैंड में नॉटविल ग्रां प्री के दौरान जैवलिन थ्रो में 61.17 मीटर का विश्व रिकॉर्ड बनाया। यह दिखाता है कि भारतीय पैरा एथलीट्स का हौसला और मेहनत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कितना मज़बूत हो रहा है।
ऐतिहासिक आयोजन
यह चैंपियनशिप कई मायनों में ऐतिहासिक है। भारत पहली बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेज़बानी कर रहा है। इसमें कुल 186 मेडल इवेंट होंगे, जो पिछले साल के आयोजन से 15 ज़्यादा हैं। इन इवेंट्स को देशभर के दर्शक प्रसार भारती पर लाइव देख पाएँगे, जो इस आयोजन का आधिकारिक ब्रॉडकास्ट पार्टनर है। यह सिर्फ भारतीय पैरा एथलीट्स की मेहनत का जश्न नहीं, बल्कि देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा क़दम भी है।

पीसीआई चेयरपर्सन सत्यनारायण ने राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी को आमंत्रित किया
वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की मेज़बानी के लिए भारत तैयार है। इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होने के लिए पैरा ओलंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के चेयरपर्सन श्री सत्यनारायण ने श्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा और पूर्व खेल और युवा मामले मंत्री को आमंत्रित किया है।
श्री सोढ़ी ने इस आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। उनकी उपस्थिति इस आयोजन के लिए सम्मान की बात है, क्योंकि वह भारत में खेल और खिलाड़ियों के समर्थन के लिए जाने जाते हैं।
भारत में पहली बार हो रहे इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन में दुनिया भर के पैरा-एथलीट्स हिस्सा लेंगे। यह चैंपियनशिप न केवल भारतीय पैरा खिलाड़ियों के कौशल को दर्शाएगी, बल्कि देश में पैरा खेलों के प्रति जागरूकता और सम्मान को भी बढ़ाएगी।


















