
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में रविवार को खेले गए एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर एक बार फिर खिताब अपने नाम किया। इस जीत ने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट का परचम लहराया, बल्कि यह मुकाबला भारत-पाकिस्तान रिश्तों के राजनीतिक और सामाजिक सन्दर्भों का प्रतीक भी बन गया।—पाकिस्तान की पारी: शुरुआत अच्छी, अंत निराशाजनकभारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी। पाकिस्तान के लिएसाहिबजादा फ़रहान ने 57 रन औरफखर ज़मान ने 46 रन की पारी खेली।हालांकि इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज़ टिक नहीं पाया। भारतीय स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया और पूरी टीम 19.1 ओवर में केवल 146 रन पर ढेर हो गई।भारत के लिए कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज़ रहे, जिन्होंने 4 विकेट झटके।—भारत की पारी: तिलक वर्मा बने मैच के हीरोलक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत साधारण रही, लेकिन मध्यक्रम ने संभाल लिया।तिलक वर्मा ने नाबाद 69 रन (3 चौके, 4 छक्के) बनाए और एक छोर मजबूती से थामे रखा।शिवम दुबे ने भी 33 रन का योगदान देकर साझेदारी को मजबूत किया।भारत ने 19.4 ओवर में 150/5 रन बनाकर यह फाइनल अपने नाम किया।—ट्रॉफी प्रस्तुति का विवाद मुकाबले के बाद सबसे ज्यादा चर्चा ट्रॉफी समारोह की रही। भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) प्रमुख मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया। इसके कारण आधिकारिक ट्रॉफी वितरण समारोह अधूरा रह गया।टीम इंडिया ने इसके बाद मैदान पर “अदृश्य ट्रॉफी” के साथ मज़ाकिया अंदाज़ में जश्न मनाया, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।—जीत का महत्वयह जीत केवल एक खेल उपलब्धि नहीं थी, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से जारी राजनीतिक और सामाजिक तनाव का भी प्रतीक बन गई। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव की नेतृत्व क्षमता और तिलक वर्मा की निर्णायक बल्लेबाज़ी इस फाइनल की सबसे बड़ी उपलब्धियां रहीं।—निष्कर्षभारत की यह जीत आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगी।कुलदीप यादव की गेंदबाज़ी औरतिलक वर्मा की पारीने इस मुकाबले को ऐतिहासिक बना दिया। भारत ने न सिर्फ एशिया कप का खिताब जीता बल्कि यह भी दिखाया कि कठिन परिस्थितियों में भी उसका धैर्य और आत्मविश्वास अटूट है।
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