Home Sports डोपिंग के खिलाफ निर्णायक जंग! भारत COP10 ब्यूरो का पुनः उपाध्यक्ष चुना...

डोपिंग के खिलाफ निर्णायक जंग! भारत COP10 ब्यूरो का पुनः उपाध्यक्ष चुना गया

डोपिंग के खिलाफ निर्णायक जंग

Khelo India News नई दिल्ली: 23 अक्टूबर 2025

भारत ने एक बार फिर वैश्विक खेल पटल पर अपनी नेतृत्व क्षमता और डोपिंग रोधी प्रयासों के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता साबित की है। पेरिस (UNESCO मुख्यालय) में 20 से 22 अक्टूबर 2025 तक आयोजित ‘इंटरनेशनल कन्वेंशन अगेंस्ट डोपिंग इन स्पोर्ट’ (COP10) के 10वें सत्र के दौरान, भारत को एशिया-प्रशांत (ग्रुप IV) के लिए ब्यूरो का उपाध्यक्ष फिर से चुन लिया गया है। यह कार्यकाल 2025 से 2027 तक होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में भारत खेलों में प्रगति के लिए अग्रसर है, पिछले कुछ वर्षों में भारत में खेलों को लेकर विकास की गति तेज हुई है। ऐसी गति पिछले पचास सालों में भी देखने को नहीं मिली।

COP10 क्या है?

इस बैठक ने कन्वेंशन की 20वीं वर्षगांठ को चिह्नित किया। COP10 का तात्पर्य ‘कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़’ (Conference of Parties) का 10वाँ सत्र है। यह सत्र ‘इंटरनेशनल कन्वेंशन अगेंस्ट डोपिंग इन स्पोर्ट’ का सर्वोच्च शासी निकाय है। यह कन्वेंशन डोपिंग को खत्म करने और खेलों में ईमानदारी को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के तहत एकमात्र कानूनी रूप से बाध्यकारी अंतर्राष्ट्रीय समझौता है।

वैश्विक मंच पर भारत की उपस्थिति

इस महत्वपूर्ण सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व खेल सचिव हरि रंजन राव और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के महानिदेशक अनंत कुमार ने किया। उन्होंने 190 से अधिक सदस्य राष्ट्रों, अफ्रीकी संघ, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति, विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा में भाग लिया।

COP10 ब्यूरो के चुनाव परिणाम:

  • अध्यक्ष: अज़रबैजान
  • उपाध्यक्ष (एशिया-प्रशांत): भारत
  • अन्य उपाध्यक्ष: ब्राजील, जाम्बिया और किंगडम ऑफ सऊदी अरब (अपने संबंधित क्षेत्रीय समूहों के लिए)

प्रमुख चर्चाएँ और भारत का रचनात्मक योगदान

इस सत्र में 500 से अधिक राष्ट्रीय सरकारों और डोपिंग रोधी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चर्चा का मुख्य केंद्र कन्वेंशन के तहत शासन और अनुपालन को मजबूत करने पर रहा। इसके अलावा, खेल में डोपिंग उन्मूलन के लिए फंड के वित्तपोषण और जीन मैनिपुलेशन, पारंपरिक औषधियों (traditional pharmacopoeia), तथा खेल में नैतिक विचारों सहित उभरती चुनौतियों का समाधान करने पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।

भारत ने COP10 सत्र की कार्यवाही में महत्वपूर्ण वस्तुगत समर्थन (in-kind support) भी प्रदान किया, जिसके तहत डोपिंग रोधी कन्वेंशन की यात्रा को दर्शाने वाले इंटरैक्टिव बोर्ड्स स्थापित किए गए।

मूल्य शिक्षा के लिए भारत का प्रस्ताव

सत्र के दौरान, भारत ने एक सफल संशोधन प्रस्तावित किया जिसका उद्देश्य खेल के माध्यम से मूल्य शिक्षा (VETS – Values Education through Sport) दृष्टिकोण को एकीकृत करके शिक्षा-संबंधी परियोजनाओं में सामंजस्य और दृश्यता को बढ़ावा देना था। यह पहल युवाओं, खेल संगठनों और बड़े पैमाने पर समाज के बीच खेल मूल्यों, नैतिकता और ईमानदारी के प्रसारण को बढ़ावा देगी।

COP10 के परिणाम कन्वेंशन की प्रभावशीलता और शासन को बढ़ाने के उद्देश्य से चल रही सुधार प्रक्रिया में योगदान देंगे। सत्र का समापन स्वच्छ और निष्पक्ष खेल को बढ़ावा देने के लिए सदस्य राष्ट्रों की सामूहिक और अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि के साथ हुआ।