नई दिल्ली: केंद्रीय युवा मामले और खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री, डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज नई दिल्ली में NADA इंडिया कार्यालय में राष्ट्रीय डोपिंग-रोधी एजेंसी (NADA) की 6वीं आम बैठक और 11वीं शासी निकाय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान, डॉ. मंडाविया ने स्वच्छ खेल को बढ़ावा देने और खेल जगत में अखंडता सुनिश्चित करने के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने डोपिंग-रोधी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा और जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सुझाव दिया कि डोपिंग-विरोधी संदेश को प्रभावी ढंग से फैलाने के लिए खेलो इंडिया पहल के साथ मिलकर एक सार्वजनिक जागरूकता अभियान शुरू किया जाना चाहिए।
डॉ. मंडाविया ने कहा कि यह अभियान जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष स्तर तक के सभी एथलीटों को डोपिंग-रोधी नियमों और WADA और NADA दिशानिर्देशों के अनुपालन के लिए अपेक्षित व्यवहार के बारे में जागरूक करेगा।
NIDAMS पोर्टल का शुभारंभ: डोपिंग-रोधी गतिविधियों का डिजिटलीकरण
केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर NADA इंडिया डेटा एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट सिस्टम (NIDAMS) वेब पोर्टल का भी उद्घाटन किया। यह पोर्टल डोपिंग परीक्षण, शिक्षा, जागरूकता और परिणाम प्रबंधन जैसी डोपिंग-रोधी गतिविधियों की योजना और प्रबंधन को डिजिटल करेगा।
यह नई प्रणाली NADA द्वारा की जाने वाली डोपिंग-रोधी गतिविधियों में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही में सुधार करेगी, जिससे भारत में खेलों में डोपिंग के खिलाफ चल रही लड़ाई को एक मजबूत गति मिलेगी।
NADA में मानव संसाधन को मजबूत करने का सुझाव
डॉ. मंडाविया ने NADA की गतिविधियों को और मजबूत करने के लिए कुशल मानव संसाधनों के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने संगठन में एक मजबूत इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू करने का सुझाव दिया, जिसमें स्नातकोत्तर छात्रों को दो से तीन महीने की अवधि के लिए मानदेय के साथ लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह दोहरे उद्देश्य को पूरा करेगा: इंटर्न को एक महत्वपूर्ण संस्थान में काम करने का अवसर मिलेगा, जबकि NADA को अतिरिक्त प्रतिभा पूल मिलेगा।