नई दिल्ली: (खेलो इंडिया न्यूज़) भारत के सदियों पुराने और पारंपरिक खेल खो-खो (Kho-Kho के लिए 2 अक्टूबर 2025 का दिन ऐतिहासिक रहा। एशियाई खेल जगत की सर्वोच्च संस्था ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA) ने आखिरकार एशियन खो-खो एसोसिएशन (Asian Kho Kho Association) को आधिकारिक तौर पर संबद्धता (Recognition) प्रदान कर दी है। ओसीए द्वारा 5 अक्टूबर को औपचारिक पत्र भेजे जाने के बाद इस बड़ी उपलब्धि की पुष्टि हुई, जिसने देश के इस स्वदेशी खेल को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी है।
🏆 ‘भारत का खेल’ Kho-Kho अब एशियाई महाद्वीप का गौरव
एशियन खो-खो संघ के अध्यक्ष और भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व महासचिव, राजीव मेहता, ने ‘खेलो इंडिया न्यूज़’ से बात करते हुए इस क्षण को “अत्यंत गर्व का क्षण” बताया।
मेहता ने स्पष्ट किया कि यह संबद्धता केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि खो-खो के वैश्विक विस्तार की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने अपनी मजबूत आशा व्यक्त करते हुए कहा:
“खो-खो भारत की मिट्टी से जुड़ा खेल है। हमें पूरा विश्वास है कि ओसीए से मान्यता मिलने के बाद अब हम इसे जल्द ही एशियन गेम्स (Asian Games) में एक पूर्ण खेल (Full-fledged Sport) के रूप में शामिल कराने में सफल होंगे। यह भारतीय खेलों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।”
🗳️ वोटिंग राइट्स और एशियाई चैंपियनशिप की तैयारी

मेहता ने भविष्य की रणनीतियों का खुलासा करते हुए बताया कि संघ अब अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
- वोटिंग राइट्स: संघ की अगली प्राथमिकता जल्द ही ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA) में वोटिंग राइट्स (Voting Rights) हासिल करना है। इससे खो-खो को एशियाई खेल जगत के बड़े नीतिगत फैसलों में अपनी बात रखने का मौका मिलेगा और एशिया में इस खेल की पैठ और गहरी हो सकेगी।
- एशियन चैंपियनशिप: मान्यता मिलते ही, एशियाई देशों के बीच प्रतिस्पर्द्धा और रुचि बढ़ाने के लिए जल्द ही एशियन खो-खो चैंपियनशिप की तारीखों और मेजबान देश की घोषणा भी कर दी जाएगी। यह टूर्नामेंट एशियाई देशों के खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करेगा।
🔑 इंडोर गेम्स में प्रदर्शनी का मार्ग प्रशस्त
यह आधिकारिक मान्यता अब खो-खो को एशियाई इंडोर गेम्स (Asian Indoor Games) जैसे बड़े आयोजनों में प्रदर्शनी खेल (Exhibition Sport) के रूप में शामिल करने का मार्ग भी खोलती है। आने वाले वर्षों में, इन प्रदर्शनियों के माध्यम से खो-खो को पूरे एशियाई महाद्वीप में एक प्रमुख और लोकप्रिय खेल के रूप में स्थापित करने में बड़ी मदद मिलेगी।
यह उपलब्धि भारतीय खेल और ‘खेलो इंडिया’ मिशन के लिए एक बड़ी जीत है, जो स्वदेशी खेलों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें हमसे संपर्क करने के लिए व्हाट्सएप्प पर मैसेज करें 8447491974


















