श्रीनगर: डल झील में आयोजित पहले खेलो इंडिया वॉटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल (KIWSF) 2025 में मध्य प्रदेश ने पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। टीम ने कुल 18 पदक जीते, जिसमें 10 स्वर्ण, 3 रजत और 5 कांस्य पदक शामिल हैं। मध्य प्रदेश ने फाइनल दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए छह और स्वर्ण पदक अपने नाम किए। वहीं, ओडिशा और केरल की टीमों ने भी दमदार प्रदर्शन किया, जिसका श्रेय काफी हद तक भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के केंद्रों में प्रशिक्षण ले रहे उनके एथलीटों को जाता है।
SAI एथलीटों का जलवा
SAI के जगतपुर और अलाप्पुझा प्रशिक्षण केंद्रों के एथलीटों ने इस फेस्टिवल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रोइंग स्पर्धाओं में भाग लेने वाले 21 खेलो इंडिया एथलीटों ने दो स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते।
कायाकिंग और कैनोइंग के 47 साई एथलीटों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पांच स्वर्ण, सात रजत और तीन कांस्य पदक हासिल किए। जगतपुर केंद्र के 15 एथलीटों ने, जिनमें से कई मणिपुर से थे, तीन स्वर्ण और पांच रजत पदक जीतकर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। ओडिशा की रस्मिता साहू और मध्य प्रदेश की डैली बिश्नोई दो-दो स्वर्ण पदक जीतकर टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में रहीं।
मेजबान J&K का सम्मानजनक प्रदर्शन
मेजबान जम्मू और कश्मीर ने भी इस फेस्टिवल में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कुल एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ सातवें स्थान पर रहा। मोहसिन अली ने 1000 मीटर पुरुषों की कयाकिंग स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक जीतकर अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की। SAI कोच जुल्फिकार अली भट्ट के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेने वाले सज्जाद हुसैन और मुहम्मद हुसैन ने भी एक-एक पदक जीता।
नज़रों में रहे दिग्गज़
एशियाई कैनो स्लैलम चैंपियनशिप में ऐतिहासिक रजत पदक जीतने वाली शिखा चौहान, रीना सेन और पल्लवी जगताब पर सभी की नजरें थीं। इन तीनों ने फाइनल में पदक जीतकर अपनी प्रतिभा साबित की। शिखा ने कयाकिंग सिंगल्स स्लैलम में स्वर्ण और पल्लवी ने कैनोइंग सिंगल्स में स्वर्ण पदक जीता, जिसमें रीना (उत्तराखंड) तीसरे स्थान पर रहीं।
इस फेस्टिवल में कुछ बड़े उलटफेर भी देखने को मिले। टोक्यो ओलंपियन और आर्मी रोवर अर्जुन लाल जाट, जो दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, उन्हें ओडिशा के अविराज ने 1000 मीटर पुरुषों की सिंगल स्कल रेस में रजत पदक तक सीमित कर दिया। अविराज ने 03:27.54 सेकंड के समय के साथ यह रोमांचक मुकाबला जीता, जबकि अर्जुन ने 03:28.68 सेकंड में रेस पूरी की।
कुल मिलाकर, KIWSF 2025 ने भारत के उभरते जल क्रीड़ा एथलीटों को एक मंच प्रदान किया और यह दिखाया कि देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
विजेताओं की सूची (Results)
कैनोइंग और कयाकिंग
- K1 स्लैलम (पुरुष): 1. हितेश केवट (म.प्र.), 2. आनक चौहान (गुजरात), 3. विकास राणा (मेघालय)
- C1 स्लैलम (महिला): 1. पल्लवी जगताब (म.प्र.), 2. मनस्वी रायकवार (महा.), 3. रीना सेन (उ.खं.)
- C1 स्लैलम (पुरुष): 1. ध्रुव राज धौलपुरिया (म.प्र.), 2. विशाल वर्मा (उ.खं.), 3. नागिड़ी राजेश (आ.प्र.)
- K1 कयाक स्लैलम (महिला): 1. शिखा चौहान (म.प्र.), 2. नागिड़ी गायत्री (आ.प्र.), 3. एलिजाबेथ विंसेंट (मेघालय)
- K4 500 मी स्प्रिंट (पुरुष): 1. केरल, 2. उत्तराखंड, 3. मणिपुर
- C2 500 मी स्प्रिंट (महिला): 1. ओडिशा, 2. म.प्र., 3. उत्तराखंड
- K4 500 मी स्प्रिंट (महिला): 1. ओडिशा, 2. उत्तराखंड, 3. म.प्र.
रोइंग
- कॉक्सलेस फोर्स (महिला, 1000मी): 1. केरल, 2. तमिलनाडु, 3. ओडिशा
- कॉक्सलेस फोर्स (पुरुष, 1000मी): 1. दिल्ली, 2. हरियाणा, 3. म.प्र.
- कॉक्सलेस पेयर (पुरुष, 1000मी): 1. महाराष्ट्र, 2. म.प्र., 3. तेलंगाना
- लाइटवेट डबल स्कल (महिला, 1000मी): 1. म.प्र., 2. ओडिशा, 3. मेघालय
- सिंगल स्कल (पुरुष, 1000मी): 1. अविराज (ओडिशा), 2. अर्जुन लाल जाट (दिल्ली), 3. अजय (झारखंड)
- डबल स्कल (महिला, 1000मी): 1. केरल, 2. ओडिशा, 3. म.प्र.
- डबल स्कल (पुरुष, 1000मी): 1. पंजाब, 2. दिल्ली, 3. उत्तराखंड
- कॉक्सलेस पेयर (महिला): 1. म.प्र., 2. पंजाब, 3. केरल