Khelo India News/नई दिल्ली: केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम के सदस्यों को सम्मानित किया। यह सम्मान टीम की हाल ही में पहले नेत्रहीन टी20 विश्व कप (Blind Twenty20 World Cup) में शानदार जीत के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।
कोलंबो में लहराया परचम
भारतीय महिला टीम ने रविवार को श्रीलंका के कोलंबो में खेले गए फाइनल मुकाबले में नेपाल को 7 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय (undefeated) रही। इस विश्व कप में कुल छह टीमों ने हिस्सा लिया था, जिनमें भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल थे।
नेत्रहीन क्रिकेट टीम की यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक और बड़ी उपलब्धि है, जो हाल ही में महिला टीम द्वारा घरेलू धरती पर आईसीसी (ICC) क्रिकेट विश्व कप की ऐतिहासिक जीत के ठीक बाद आई है।
खेल मंत्री ने सराहा जज्बा
खिलाड़ियों की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए, डॉ. मंडाविया ने कहा:
“भारतीय महिला नेत्रहीन क्रिकेट टीम ने देश का मान बढ़ाया है। उनकी यह जीत न केवल दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है जो देश के लिए गौरव हासिल करना चाहते हैं। अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और कभी न हार मानने वाले जज्बे से उन्होंने वह कर दिखाया जो अकल्पनीय था। मैं भविष्य के लिए सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देता हूं। आप भविष्य के टूर्नामेंटों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें, पूरा देश और सरकार आपके साथ खड़ी है।”
कप्तान ने जताया आभार
खेल मंत्री के प्रोत्साहन पर प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय टीम की कप्तान दीपिका टीसी ने कहा:
“मैं बहुत खुश और सम्मानित महसूस कर रही हूं कि माननीय खेल मंत्री ने हमें सम्मानित करने के लिए अपने आवास पर आमंत्रित किया। उनसे बातचीत करना हमारे लिए बहुत खास रहा। उनके शब्द न केवल हमारा हौसला बढ़ाएंगे, बल्कि नेत्रहीन समुदाय की और भी महिलाओं को खेल को एक करियर के रूप में चुनने और अपनी कड़ी मेहनत व दृढ़ संकल्प से देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित करेंगे।”


















