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लंदन से हरपाल सिंह से बातचीत: भारत ने पेश की कॉमनवेल्थ गेम्स की दावेदारी

India Bid for commonwealth games 2030

Khelo India News नई दिल्ली: भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है। लंदन में कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स मुख्यालय में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने आधिकारिक तौर पर अपनी बोली जमा कर दी है। इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम पर भारतीय दल के सदस्य और IOA की कार्यकारी परिषद के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने अपनी बात रखी।

“यह सिर्फ एक खेल आयोजन की बोली नहीं”

लंदन से फोन पर बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा, “आज भारत के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है क्योंकि हमने अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी के लिए अपनी उम्मीदवारी औपचारिक रूप से प्रस्तुत की है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सिर्फ एक खेल आयोजन की मेजबानी की बोली नहीं है, बल्कि “कॉमनवेल्थ परिवार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है कि हम ऐसे खेलों का आयोजन करें जो खिलाड़ी-केंद्रित, समावेशी, टिकाऊ और भविष्योन्मुखी हों।”

उन्होंने बताया कि भारत का प्रस्ताव कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के ‘रीसेट प्रिंसिपल्स’ (Reset Principles) पर आधारित है। इसका मतलब है कि खेलों में खिलाड़ियों को सबसे आगे रखा जाएगा, पैरा-स्पोर्ट्स और लैंगिक समानता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, और एक ऐसी विरासत छोड़ी जाएगी जो 2030 के बाद भी कायम रहे।

अगली सदी के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स

लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा, “अहमदाबाद 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा। हमारा लक्ष्य इस मील के पत्थर का उपयोग सिर्फ अतीत का सम्मान करने के लिए नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक मंच तैयार करने के लिए करना है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ये खेल अगली सदी तक प्रासंगिक, प्रभावशाली और व्यवहार्य बने रहें।” उन्होंने कहा कि भारत ने “अहमदाबाद 2030 – द गेम्स फॉर द नेक्स्ट सेंचुरी” का नारा दिया है।

इस बोली में तीन प्रमुख साझेदार शामिल हैं:

  • कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स (CS)
  • भारतीय ओलंपिक संघ (IOA)
  • भारत सरकार और गुजरात सरकार, जो वित्तीय गारंटी, बुनियादी ढांचा और परिचालन क्षमता प्रदान करेंगे।

2036 ओलंपिक का पहला कदम

लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने यह भी बताया कि 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की बोली भारत की लंबी अवधि की खेल महत्वाकांक्षाओं के लिए एक रणनीतिक कदम है। “यह बोली हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 2036 ओलंपिक खेलों को भारत लाने के दृष्टिकोण की दिशा में एक सही कदम है।” उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स की सफलतापूर्वक मेजबानी करके, “हम अपनी राष्ट्र की क्षमता का प्रदर्शन करेंगे, अपनी अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता को मजबूत करेंगे और ओलंपिक यात्रा के लिए नींव रखेंगे।”

निर्णय नवंबर 2025 में

भारत की इस बोली को अब कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की मूल्यांकन समिति और कार्यकारी बोर्ड द्वारा जांचा जाएगा। कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी का अंतिम निर्णय नवंबर 2025 में ग्लासगो में लिया जाएगा। इस बोली से 1.4 अरब भारतीयों की आकांक्षाएं जुड़ी हैं, जो कॉमनवेल्थ परिवार में योगदान देना चाहते हैं और ऐसे खेलों का आयोजन करना चाहते हैं जो 2030 के बाद भी याद रखे जाएं।