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खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल: डल झील में इतिहास रचने को तैयार जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ी

खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल

श्रीनगर – 21 अगस्त से शुरू हो रहा पहला ‘खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025’ जम्मू-कश्मीर के लिए एक ऐतिहासिक घटना साबित होने वाला है। जहां एक ओर इस आयोजन से पर्यटन क्षेत्र में नई जान आने की उम्मीद है, वहीं स्थानीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बड़ा अवसर मिला है।

यह तीन दिवसीय स्पोर्ट्स फेस्टिवल (21 से 23 अगस्त) श्रीनगर की विश्व प्रसिद्ध डल झील में आयोजित होगा। इसमें 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 400 से ज़्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इस ओपन-एज प्रतियोगिता में रोइंग, कैनोइंग, और कयाकिंग जैसे तीन मुख्य खेलों में पदक के लिए ज़ोरदार टक्कर देखने को मिलेगी।

जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों की उम्मीदें

इस फेस्टिवल में घरेलू खिलाड़ियों का प्रदर्शन सबसे ज़्यादा चर्चा का विषय है। श्रीनगर के रैनावारी के मोहम्मद अब्बास कंड रोइंग डबल्स (लाइट वेट कैटेगरी) में जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने 21 दिनों के प्रशिक्षण शिविर में कड़ी मेहनत की है और उन्हें स्वर्ण पदक जीतने की पूरी उम्मीद है।

अब्बास कहते हैं, “मैं खुश हूं कि यह खेल डल झील में हो रहे हैं। इससे हमारे क्षेत्र में वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा और मेरे जैसे एथलीटों को पहचान मिलेगी।” अब्बास ने अब तक 9 राज्य और जिला स्तरीय पदक जीते हैं और 7 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं। वह उन 17 जम्मू-कश्मीर के एथलीटों में से हैं जो इस फेस्टिवल में भाग ले रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के कोच परवेज़ अहमद शगु और वसीम राजा की देखरेख में अब्बास और उनके साथी खिलाड़ी, इरतिज़ा अली और मुंतज़िर अली भी रोइंग पेयर्स इवेंट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इरतिज़ा अली, जिन्होंने चंडीगढ़ में कांस्य पदक जीता था, इस बार घरेलू मैदान पर अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाना चाहते हैं।

कैनो स्लैलम इवेंट में जाहिद हुसैन भी अपनी छाप छोड़ने को उत्सुक हैं। जाहिद कहते हैं, “यहां देश भर के बेहतरीन खिलाड़ी आ रहे हैं। हम उनसे नई तकनीक सीखेंगे और उनके साथ कड़ी मेहनत से मुकाबला करेंगे।”

खेलों से पर्यटन को बढ़ावा

कयाकिंग और कैनोइंग कोच मारिया जान का मानना है कि जिस तरह ‘खेलो इंडिया विंटर गेम्स’ ने गुलमर्ग को विश्व मानचित्र पर लाया, उसी तरह यह फेस्टिवल डल झील में वाटर स्पोर्ट्स को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारे खिलाड़ी पूरी लगन से मेहनत कर रहे हैं, और मुझे उम्मीद है कि वे कई पदक जीतेंगे।”

खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल खेलो इंडिया अभियान के कैलेंडर में एक नया अध्याय है। इस फेस्टिवल में रोइंग, कैनोइंग, कयाकिंग के अलावा, वॉटर स्कीइंग, शिकारा रेस, और ड्रैगन बोट रेस जैसे छह खेल भी शामिल हैं। यह अपनी तरह का पहला ऐसा आयोजन है, जिसमें किसी भी उम्र के खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं।

यह फेस्टिवल जम्मू-कश्मीर के लिए केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और सामाजिक उत्सव भी बन गया है। घाटी के कई युवाओं को पहली बार राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को अपने सामने खेलते हुए देखने का मौका मिलेगा, जो उन्हें इस खेल में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा। वहीं, स्थानीय शिकारा चलाने वाले और झील के किनारे होटल और गेस्ट हाउस चलाने वाले व्यवसायी भी इस आयोजन से उत्साहित हैं। उनका मानना है कि इस तरह के इवेंट्स से डल झील का महत्व बढ़ेगा और देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे। स्थानीय लोगों ने खिलाड़ियों और पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए खास तैयारियां की हैं, जिससे यह फेस्टिवल खेल और संस्कृति के संगम का एक बेहतरीन उदाहरण बन सके। खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल से यह भी उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में खेल के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाएगी, जिससे भविष्य में और भी बड़े राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन यहाँ हो सकें।