Home Sports SAI मुंबई में ‘राष्ट्रीय खेल दिवस कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन, खेलों में...

SAI मुंबई में ‘राष्ट्रीय खेल दिवस कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन, खेलों में उत्कृष्टता का हुआ सम्मान

Sports Day Celebration with Raksha Khadse

केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने राज्यों से ‘खेलो इंडिया’ के गोल्ड स्टैंडर्ड मॉडल को अपनाने का किया आह्वान

मुंबई: 30 अगस्त, 2025 – भारत में खेल प्रतिभाओं को निखारने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के मुंबई स्थित क्षेत्रीय केंद्र ने ‘राष्ट्रीय खेल दिवस कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन किया। यह कार्यक्रम हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया गया, जिसका मुख्य लक्ष्य खेल भावना, फिटनेस और युवा विकास को बढ़ावा देना था। इस मौके पर केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।

‘एक घंटा, खेल के मैदान में’ का नारा

श्रीमती रक्षा खडसे ने बताया कि इस साल राष्ट्रीय खेल दिवस (NSD) 2025 का जश्न ‘फिट इंडिया मिशन’ के तहत मनाया जा रहा है। 29 से 31 अगस्त तक चलने वाले इस देशव्यापी खेल और फिटनेस अभियान की थीम ‘एक घंटा, खेल के मैदान में’ रखी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस अब एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें 35 करोड़ से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए हैं।

‘खेलो भारत नीति 2025’ पर जोर

खेल राज्य मंत्री ने ‘खेलो भारत नीति 2025’ को एक नई पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह नीति 2047 तक ‘विकसित भारत’ के निर्माण में खेल क्षेत्र की बड़ी भूमिका सुनिश्चित करेगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार देश में खेल संस्कृति, खेल बुनियादी ढांचे और पूरे खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मिशन मोड में मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्यों को सशक्त बनाने की अपील

श्रीमती खडसे ने ‘खेलो इंडिया’ को एक विश्वस्तरीय मॉडल बताते हुए कहा कि भारत को अपनी खेल क्षमता को अधिकतम करने के लिए राज्यों में भी इसका क्रियान्वयन बेहद जरूरी है। उन्होंने राज्यों से निजी संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थानों और स्थानीय समुदायों के साथ मजबूत साझेदारी बनाने का आग्रह किया ताकि प्रतिभाओं की एक मजबूत पाइपलाइन तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि एथलीटों को सर्वश्रेष्ठ कोचिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और वैज्ञानिक सहायता मिलनी चाहिए और इसके लिए केंद्र और राज्यों का एक साथ मिलकर काम करना जरूरी है।

पैनल चर्चा और महत्वपूर्ण घोषणाएं

कॉन्क्लेव में दो महत्वपूर्ण पैनल चर्चाएं हुईं। पहली चर्चा ‘भारतीय खेलों का भविष्य गढ़ना: राष्ट्रीय खेल शासन अधिनियम और खेलो भारत नीति’ पर केंद्रित थी। इस पैनल में श्रीमती रक्षा खडसे के साथ वर्ल्ड एथलेटिक्स के उपाध्यक्ष श्री एडिले सुमरीवाला और अन्य खेल व कानूनी विशेषज्ञ शामिल थे। श्रीमती खडसे ने ‘राष्ट्रीय खेल शासन अधिनियम’ को स्वतंत्र भारत के खेल इतिहास में सबसे व्यापक सुधार बताते हुए कहा कि यह कानून पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता लाने पर केंद्रित है। इसका मुख्य उद्देश्य एथलीटों को हर निर्णय के केंद्र में रखना है।

दूसरी पैनल चर्चा ‘खेल और शिक्षा: भविष्य के करियर, कौशल और अवसर’ पर आधारित थी, जिसमें पूर्व क्रिकेटर निलेश कुलकर्णी, ओलंपियन पहलवान नरसिंह यादव और अन्य विशेषज्ञों ने भाग लिया।

कॉन्क्लेव में कलात्मक योग और कुश्ती के प्रदर्शन हुए। साथ ही, उन पहलवानों और एथलीटों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह के तहत आयोजित निबंध, वाद-विवाद और पोस्टर प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।

इस कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं, जिनमें:

  • श्री एडिले सुमरीवाला, वर्ल्ड एथलेटिक्स के उपाध्यक्ष
  • श्री संजय भाटिया, उप-लोकायुक्त, महाराष्ट्र राज्य
  • सुश्री आयशा श्रॉफ, एमएफएन एमएमए की संस्थापक
  • फिल्म अभिनेता श्री ताहिर राज भसीन
  • साई क्षेत्रीय केंद्र, मुंबई के निदेशक, श्री पांडुरंग चाटे